जापान में भूकंप और सुनामी से सबसे अधिक प्रभावित मियागी प्रांत में मरने वालों की संख्या 15 हजार के पार पहुंच गई है। दूसरी ओर फुकुशिमा में खाने-पीने की चीजों में रेडिएशन और खतरनाक रसायन का स्तर बढ़ गया है।
भूकंप और सुनामी के बाद मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है। जापान की पुलिस का कहना है कि भूकंप और सुनामी से अकेले मियागी प्रांत में ही 15000 लोग मारे गए हैं और कई हजार लापता हैं। यही नहीं उत्तरी पूर्वी क्षेत्र में 12 हजार से अधिक लोग अब भी लापता हैं और 7600 लोगों के मारे जाने की पुष्टि की गई है।
जापान में भूकंप और सुनामी के बाद फैल रहा परमाणु विकिरण खतरनाक रूप ले रहा है। फुकुशिमा में सब्जियों और दूध में रेडिएशन का स्तर पहले ही सुरक्षित लेवल से ज्यादा रिकॉर्ड किया जा चुका है। इबाराकी प्रांत के हिताची में पालक में रेडियोएक्टिव आयोडीन की मात्रा सामान्य से 27 गुना अधिक पाई गई है। चिबा प्रांत के आशी में 'शुंगिकु' की पत्तेदार सब्जी में रेडियोएक्टिव आयोडीन की मात्रा तय मानकों से दोगुनी हो गई है। फुकुशिमा शहर में सप्लाई होने वाले पानी में रेडियोएक्टिव आयोडीन का स्तर सुरक्षित स्तर से ज्यादा पाया गया। टोक्यो सहित फुकुशिमा के कई पड़ोसी शहरों से भी ऐसी ही खबर है। स्थिति बिगड़ने पर प्रशासन लोगों को नल का पानी पीने से मना करने का निर्देश भी दे सकता है। रेडिएशन जापान से बाहर भी फैल रहा है जो अमेरिका के कैलिफोर्निया तक पहुंच गया है।
फुकुशिमा परमाणु संयंत्र में विकिरण खतरे को काबू में करने के लिए जूझ रहे वैज्ञानिकों ने कुछ कामयाबी हासिल की है। टोक्यो इलेक्ट्रिक कंपनी ने सोमवार को दो बचे रिएक्टरों में बिजली सप्लाई शुरू कर दी है जहां पिछले कुछ दिनों से बिजली आपूर्ति ठप थी। दो अन्य रिएक्टरों का तापमान सामान्य रखने के लिए पानी की बौछार की जा रही है। रिएक्टर नंबर 2 और 5 में बाहर से बिजली आपूर्ति बहाल होने से प्लांट ऑपरेटरों को रेडिएशन और अन्य डाटा पर नजर रखने में मदद मिलेगी।
भूकंप और सुनामी के बाद मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है। जापान की पुलिस का कहना है कि भूकंप और सुनामी से अकेले मियागी प्रांत में ही 15000 लोग मारे गए हैं और कई हजार लापता हैं। यही नहीं उत्तरी पूर्वी क्षेत्र में 12 हजार से अधिक लोग अब भी लापता हैं और 7600 लोगों के मारे जाने की पुष्टि की गई है।
जापान में भूकंप और सुनामी के बाद फैल रहा परमाणु विकिरण खतरनाक रूप ले रहा है। फुकुशिमा में सब्जियों और दूध में रेडिएशन का स्तर पहले ही सुरक्षित लेवल से ज्यादा रिकॉर्ड किया जा चुका है। इबाराकी प्रांत के हिताची में पालक में रेडियोएक्टिव आयोडीन की मात्रा सामान्य से 27 गुना अधिक पाई गई है। चिबा प्रांत के आशी में 'शुंगिकु' की पत्तेदार सब्जी में रेडियोएक्टिव आयोडीन की मात्रा तय मानकों से दोगुनी हो गई है। फुकुशिमा शहर में सप्लाई होने वाले पानी में रेडियोएक्टिव आयोडीन का स्तर सुरक्षित स्तर से ज्यादा पाया गया। टोक्यो सहित फुकुशिमा के कई पड़ोसी शहरों से भी ऐसी ही खबर है। स्थिति बिगड़ने पर प्रशासन लोगों को नल का पानी पीने से मना करने का निर्देश भी दे सकता है। रेडिएशन जापान से बाहर भी फैल रहा है जो अमेरिका के कैलिफोर्निया तक पहुंच गया है।
फुकुशिमा परमाणु संयंत्र में विकिरण खतरे को काबू में करने के लिए जूझ रहे वैज्ञानिकों ने कुछ कामयाबी हासिल की है। टोक्यो इलेक्ट्रिक कंपनी ने सोमवार को दो बचे रिएक्टरों में बिजली सप्लाई शुरू कर दी है जहां पिछले कुछ दिनों से बिजली आपूर्ति ठप थी। दो अन्य रिएक्टरों का तापमान सामान्य रखने के लिए पानी की बौछार की जा रही है। रिएक्टर नंबर 2 और 5 में बाहर से बिजली आपूर्ति बहाल होने से प्लांट ऑपरेटरों को रेडिएशन और अन्य डाटा पर नजर रखने में मदद मिलेगी।
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